रक्षाबंधन स्पेशल – इस विशेष दिन पूरे दिन भर रहेगा भद्रा, रात 8.30 बजे से होगा सुभारम्भ,बांध सकेंगे राखी
रक्षाबंधन स्पेशल – इस विशेष दिन पूरे दिन भर रहेगा भद्रा, रात 8.30 बजे से होगा सुभारम्भ ,बांध सकेंगे राखी
रक्षाबंधन का त्योहार श्रावण पूर्णिमा 11 अगस्त को मनाया जाएगा। ज्योतिर्विद पं. आनंदशंकर व्यास के अनुसार पूरे दिन भद्रा होने से राखी नहीं बांधी जाएगी। रात 8.30 बजे के बाद इसका क्रम शुरू किया जाएगा। दिन में श्रावणी उपाकर्म, स्नान, दान किया जा सकता है।
इसी दिन महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में सवा लाख लड्डुओं का महाभोग लगाया जाएगा। भस्मआरती के दौरान महाकाल को सबसे पहले राखी बांधी जाएगी। भस्मआरती के बाद श्रद्धालुओं को महाभोग दर्शन और प्रसाद का वितरण शुरू हो जाएगा।
श्रावण पूर्णिमा रक्षाबंधन पर महाकाल मंदिर में पुजारी परिवार की ओर से महाकाल को सवा लाख लड्डुओं का महाभोग लगाया जाता है। यह परंपरा है लेकिन कोराेना के कारण दो साल से प्रतीकात्मक रूप से आयोजन किया गया। इस बार भस्मआरती करने वाले पुजारी परिवार की ओर से राजाधिराज महाकाल को सवा लाख लड्डुओं का भोग अर्पण किया जाएगा।
पं. महेश पुजारी ने बताया कि परंपरा से राजा महाकाल को श्रावण पूर्णिमा पर सबसे पहले राखी बांधी जाती है। भस्मआरती के दौरान भगवान को राखी बांधने के पश्चात लड्डुओं का महाभोग लगेगा। लड्डू प्रसादी तैयार करने में पुजारी परिवार के साथ ही कई भक्तों की ओर से सामग्री दी जाती है, जिसे प्रसाद में शामिल किया जाता है। भस्मआरती के पश्चात दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया जाएगा।
महाभोग की तैयारी 8 अगस्त से शुरू करेंगे
महाकालेश्वर मंदिर में रक्षाबंधन पर्व पर लड्डुओं का महाभोग लगाने के लिए लड्डू प्रसादी तैयार करने का काम 8 अगस्त से शुरू होगा। प्रसादी तैयार होने के बाद 11 अगस्त को भोग लगाया जाएगा। इसके बाद दिनभर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाएगा। इस लड्डू प्रसादी की तैयारी जूना महाकाल मंदिर के पीछे की ओर प्रांगण में की जाएगी। महाभोग प्रसादी के लिए शुद्ध देशी घी में बेसन की सिकाई कर लड्डू तैयार किए जाते हैं।
रात 8.30 से 9.55 बजे तक रक्षा सूत्र बांधना ज्यादा शुभ
ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक पंचांग भेद की वजह से कई क्षेत्रों में 12 अगस्त को भी रक्षाबंधन पर्व मनाया जाएगा। सूर्योदय से पूर्णिमा तिथि तीन मुहूर्त से भी कम समय तक रहेगी, इसलिए रक्षाबंधन पर्व 11 अगस्त को मनाना ज्यादा शुभ रहेगा। 11 को दिनभर भद्रा है। भद्रा रात 8.30 बजे खत्म होगी। रात में 8.30 से 9.55 बजे तक चर चौघड़िया रहेगा। इस समय में रक्षासूत्र बांधना ज्यादा शुभ रहेगा।