छूने से भी फैलता है मंकीपॉक्स – देश में सामने आया दुसरा मामला
छूने से भी फैलता है मंकीपॉक्स – देश दुसरा मामला आया सामने
देश में मंकीपॉक्स के अब तक दो केस कंफर्म हो चुके है
- 15 जुलाई को केरल के कोल्लम में 35 साल का युवक मंकीपॉक्स से संक्रमित हुआ।
- तीन दिन बाद यानी 18 जुलाई को केरल के ही कन्नूर में 31 साल के युवक को मंकीपॉक्स हुआ।
75 से ज्यादा देशों में मंकीपॉक्स फैल चुका है। इसके केसेज लगातार बढ़ रहे हैं। इसको लेकर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानी WHO, 21 जुलाई को एक बैठक करने वाला है।
ICMR की साइंटिस्ट डॉ. अपर्णा मुखर्जी के मुताबिक लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। हमें तेज बुखार, शरीर में दर्द, चकत्ते आदि जैसे असामान्य लक्षणों पर नजर रखनी चाहिए। खासकर उन्हें जिन्होंने मंकीपॉक्स प्रभावित देशों की यात्रा हाल ही में की है।
मंकीपॉक्स के लक्षण दिखते ही उनमें से निकलने वाले तरल पदार्थ यानी फ्लुइड के जरिए सैंपल टेस्ट करवाएं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी यानी NIV इन वायरसों की टेस्टिंग के लिए रजिस्टर्ड लैब है।
मंकीपॉक्स का इलाज
WHO की वेबसाइट के अनुसार फिलहाल मंकीपॉक्स का कोई ठोस इलाज नहीं है, लेकिन चेचक की वैक्सीन मंकीपॉक्स के खिलाफ 85% तक असरदार साबित हुई है। चेचक की वैक्सीन अभी आम लोगों के लिए उपलब्ध नहीं है।