किसानों की किस्मत चमका देंगी सफेद बैंगन की खेती, जाने इसकी उन्नत किस्मे और खेती के बारे में
किसानों की किस्मत चमका देंगी सफेद बैंगन की खेती, जाने इसकी उन्नत किस्मे और खेती के बारे में। आम बैंगन की जगह सफेद बैंगन की खेती कर अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते है किसान। सफेद बैंगन की वैरायटी पहले भारत में नहीं आई थी। लेकिन अब सफेद बैंगन की यह वैरायटी विकसित की और अब किसानों को सफेद बैंगन की खेती करना शुरु कर दिया है। यह बैंगन खाने में बेहद टेस्टी होते है। और मार्केट में इनकी कीमत भी अच्छी खासी होती है। किसान इसकी खेरती से अच्छे खासे पैसे कमा सकता है। जानते है इसकी खेती के बारे में।
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सफेद बैंगन की उन्नत किस्मो के बारे में
आपको बतादे बैंगन चाहे बैंगनी हो या सफेद किसानों के लिए यह एक फायदेमंद फसल होती है। सफेद बैंगन की खेती सामान्यतः शीत ऋतु में करना ज्यादा बेहतर होता है। भारी मुनाफा कमाने के लिए इसे पॉलीहाउस में भी उगाया जा सकता है। इस बैंगन की उन्नत किस्मों की नट की जाये तो आईसीएआर-आईएआरआई के वैज्ञानिकों ने 2 नई किस्में विकसित की हैं – पूसा ग्रीन बैंगन-1 और पूसा सफेद बैंगन-1। यह किस्में खास होती है। इन क़िस्मों से बैंगन की अच्छी पैदावार निकलती है।
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सफेद बैंगन की खेती जानिए कैसे करे
इसकी खेती करने के लिए सबसे पहले बीजों को पहले ग्रीनहाउस में संरक्षित हॉटबेड में दबा दिया जाता है। बोआई से पूर्व बीजों का उपचार कर लिया जाता है। जिससे फसल में गंभीर रोग न लगे। और इसके साथ ही इसके बीजों के अंकुरण तक खाद और पानी से बीजों को पोषित किया जाता है। पौधा तैयार हो जाता है तब सफेद बैंगन की रोपाई की जाती है। सफेद बैंगन की खेती में अधिक पानी की जरुरत नहीं होती है। इसलिए किसान चाहे तो इस खेती में ड्रिप सिंचाई पद्धति से भी पानी की जरुरत को पूरा कर सकता है।
सफेद बैंगन इतने दिनों में होते है तैयार
आपकी जानकारी के लिए बतादे खास देखभाल के बाद बैंगन की फसल 70-90 दिनों में पूरी तरह से तैयार हो जाती है। बैंगन की फसल की उत्पादकता आम बैंगन की तुलना में ज्यादा होती है। सफेद बैंगन में काले बैंगन या गहरे बैंगनी रंग के बैंगन की तुलना में पोषक तत्वों की मात्रा भी अधिक पायी जाती है।