Urea Fertilizer सरकार 2025 तक बंद कर देगी विदेशों से यूरिया खरीदना!

0
Urea Fertilizer

Urea Fertilizer भारत सरकार 2025 तक विदेशों से यूरिया की खरीद पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है। दरअसल, सरकार स्थानीय स्तर पर यूरिया का उत्पादन बढ़ाने की योजना बना रही है, जिसके तहत नए यूरिया प्लांट लगाए जाएंगे। केंद्रीय उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने यह जानकारी दी है। आपको बता दें कि भारत का नाम दुनिया के सबसे बड़े यूरिया आयात करने वाले देशों में शामिल है, जो अपने यूरिया का 30 फीसदी यानी करीब 35 मिलियन टन यूरिया विदेश से आयात करता है।

Urea Fertilizer

th 2022 11 11T123501.525

यह भी पढ़िए-PM Kisan Mandhan Yojana सरकार हर महीने देगी तीन हजार रुपये पेंशन, बस किसानों को करना होगा ये काम

5 नए प्लांट बनेंगे
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य 2025 तक यूरिया आयात पर अपनी निर्भरता को खत्म करना है। इसके लिए 5 नए संयंत्र स्थापित किए जाएंगे। ये संयंत्र उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, तेलंगाना के रामागुंडम और पूर्वी भारत के तालचेर, बरौनी और सिंदरी में स्थापित किए जाएंगे। रामागुंडम प्लांट भी 12 नवंबर से शुरू हो जाएगा। ये पांच प्लांट हर साल करीब 65 लाख टन यूरिया का उत्पादन करेंगे। इसके साथ ही नैनो यूरिया का उत्पादन भी 2025 तक बढ़ाकर 5 मिलियन टन किया जाएगा। नैनो यूरिया में सूक्ष्म पोषक तत्व होते हैं, जो फसलों की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण हैं।

बता दें कि इस समय भारत ओमान, कतर, सऊदी अरब और यूएई जैसे देशों से यूरिया का आयात करता है। भारत के लिए यूरिया कितना महत्वपूर्ण है कि देश की 60 प्रतिशत आबादी कृषि में लगी हुई है और देश की 3 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था में कृषि क्षेत्र का 15 प्रतिशत हिस्सा है।

यह भी पढ़िए-PM Kisan Scheme Update पीएम किसान को लेकर सरकार ने दी बड़ी जानकारी, 13वीं किस्त पाने के लिए फटाफट जमा कराएं ये दस्तावेज़

भारी सब्सिडी के कारण खजाने पर असर
बढ़ती महंगाई के कारण उर्वरक सब्सिडी के रूप में भारत सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023 में यूरिया सब्सिडी पर रिकॉर्ड 2.25 ट्रिलियन रुपये यानी 27.21 बिलियन डॉलर खर्च किए हैं। वहीं, पिछले वित्तीय वर्ष में यह आंकड़ा लगभग था। 1.5 ट्रिलियन रुपये। अकेले यूरिया भारत की कुल उर्वरक सब्सिडी का 70 प्रतिशत हिस्सा है। यही कारण है कि सरकार यूरिया के उत्पादन को स्थानीय स्तर पर बढ़ावा दे रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

बहुचर्चित खबरें