Railway Station: देश का इकलौता ऐसा रेलवे स्टेशन, जिसे रेलवे नहीं बल्कि गांव करते है ऑपरेट
Railway Station: भारत में एक ऐसा रेलवे स्टेशन है, जिसे भारतीय रेलवे नहीं बल्कि गांव के लोग चलाते हैं। एक समय था जब यह स्टेशन बंद होने वाला था, लेकिन ग्रामीण इसके विरोध में बैठ गए और तभी से इस रेलवे स्टेशन को ग्रामीण ही चला रहे हैं। देश के सभी स्टेशनों का संचालन भारतीय रेलवे द्वारा किया जाता है। लेकिन, एक स्टेशन ऐसा भी है जिसका भारतीय रेलवे से कोई लेना-देना नहीं है। बल्कि वहां के ग्रामीण इसे पूरी तरह से संचालित करते हैं। इस रेलवे स्टेशन का नाम जालसू नानक हाल्ट रेलवे स्टेशन है। यह रेलवे स्टेशन राजस्थान में है और नागौर जिले से लगभग 82 किलोमीटर दूर है।
Railway Station
देश का इकलौता ऐसा रेलवे स्टेशन, जिसे रेलवे नहीं बल्कि गांव करते है ऑपरेट
रिपोर्टों के अनुसार, स्टेशन का संचालन ग्रामीणों द्वारा स्वयं किया जाता है। टिकट बुकिंग से लेकर स्टेशन पर होने वाले सारे काम गांव वाले ही करते हैं. इस स्टेशन पर 10 से ज्यादा ट्रेनें रुकती हैं। स्टेशन पर हर महीने 30 हजार से ज्यादा की कमाई हो रही है और करीब 1500 टिकट बिक जाते हैं।
स्टेशन चलाने को लेकर ग्रामीण धरने पर बैठे थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक जमाने में इस स्टेशन का संचालन भारतीय रेलवे करता था। इस स्टेशन को वर्ष 1976 में चालू किया गया था। लेकिन, नीति के तहत उन रेलवे स्टेशनों को बंद कर दिया गया, जिनमें राजस्व कम था। लिस्ट में इस स्टेशन का नाम भी था। वर्ष 2005 में जब स्टेशन बंद करने की बात सामने आई तो लोगों ने इसका विरोध किया और 11 दिन तक धरने पर बैठे रहे।
हालांकि, स्टेशन खोलने का मुद्दा इस शर्त पर रखा गया था कि इस स्टेशन को गांव के लोग ही चलाएंगे. ग्रामीणों ने यह शर्त मान ली और चंदा इकट्ठा कर 1.5 लाख रुपए जमा करा दिए। एक ग्रामीण को पांच हजार की तनख्वाह पर टिकट बेचने के लिए रखा गया था। तब से अब तक इन स्टेशनों को ग्रामीणों द्वारा ही चलाया जा रहा है।