PM Modi In Mahakal Lok : हर हर शंभु गुणगान के साथ पीएम मोदी ने किया महाकाल लोक का किया लोकार्पण,सब कुछ है अलौकिक
PM Modi In Mahakal Lok : हर हर शंभु गुणगान के साथ पीएम मोदी ने किया महाकाल लोक का किया लोकार्पण,सब कुछ है अलौकिक
PM Modi : पीएम मोदी ने कहा कि ज्योतिषीय गणनाओं में उज्जैन न केवल भारत का केंद्र रहा है बल्कि ये भारत की आत्मा का भी केंद्र रहा है.
PM Modi In Mahakal Lok: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (11 अक्टूबर) को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन में महाकाल लोक (Mahakal Lok) का लोकार्पण किया. इससे पहले पीएम ने महाकालेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना भी की. महाकाल लोक परियोजना के पहले चरण में मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों को विश्व स्तरीय आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगे. इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे.
परियोजना का उद्देश्य पूरे क्षेत्र में भीड़भाड़ कम करना और विरासत संरचनाओं के संरक्षण व बहाली पर विशेष जोर देना है. परियोजना के तहत मंदिर परिसर का करीब सात गुना विस्तार किया जाएगा. पूरी परियोजना की कुल लागत लगभग 850 करोड़ रुपये है. महाकाल लोक का लोकार्पण करने के बाद पीएम मोदी ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित भी किया.
“शंकर के सानिध्य में साधारण कुछ भी नहीं” सब कुछ है अलौकिक
पीएम मोदी ने कहा कि शंकर के सानिध्य में साधारण कुछ भी नहीं है, सब कुछ अलौकिक है, असाधारण है, अविस्मरणीय और अविश्वसनीय है. उज्जैन की यह ऊर्जा अद्भूत है. महाकाल का आशीर्वाद जब मिलता है, तब काल की रेखाएं मिट जाती हैं. महाकाल लोक की ये सीमा आने वाली पीढ़ियों को दर्शन करवाएगी. मैं राजाधिराज महाकाल के चरणों में नमन करता हूं. शिवराज सिंह की सरकार का ह्दय से धन्यवाद करता हूं.
“भारत की आत्मा का केंद्र रहा उज्जैन”
प्रधानमंत्री ने कहा कि ज्योतिषीय गणनाओं में उज्जैन न केवल भारत का केंद्र रहा है बल्कि ये भारत की आत्मा का भी केंद्र रहा है. सफलता के शिखर तक पहुंचने के लिए ये जरूरी है कि राष्ट्र अपने सांस्कृतिक उत्कर्ष को छुए, अपनी पहचान के साथ गौरव से सिर उठाकर खड़ा हो. उज्जैन ने महाराज विक्रमादित्य का वो प्रताप देखा है, जिसने भारत के नए अध्याय शुरू हुआ था.
PM Modi In Mahakal Lok : हर हर शंभु गुणगान के साथ पीएम मोदी ने किया महाकाल लोक का किया लोकार्पण
“उज्जैन के छण-छण में इतिहास सिमटा हुआ”
पीएम ने कहा कि उज्जैन ने हजारों वर्षों तक भारत की संपन्नता और समृद्धि का, ज्ञान और गरिमा का, और साहित्य का नेतृत्व किया है. उज्जैन के छण-छण में, पल-पल में इतिहास सिमटा हुआ है. कण-कण में आध्यात्म समाया हुआ है और कोने-कोने में ईश्वरीय ऊर्जा संचारित हो रही है. भारत का ये सांस्कृतिक दर्शन एक बार फिर शिखर पर पहुंचकर विश्व के मार्गदर्शन के लिए तैयार हो रहा है.
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पीएम मोदी ने और क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में भारत ने गुलामी की मानसिकता से मुक्ति और अपनी विरासत पर गर्व जैसे पंच प्राण का आहृवान किया है. इसलिए आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण पूरी गति से हो रहा है. काशी में विश्वनाथ धाम भारत की संस्कृति का गौरव बढ़ा रहा है. सोमनाथ में विकास के कार्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं. उत्तराखंड में बाबा केदार के आशीर्वाद से केदारनाथ, बद्रीनाथ तीर्थ क्षेत्र में विकास के नए अध्याय लिखे जा रहे हैं.