Pakistani पत्रकार ने भारत को लेकर की शिकायत अमेरिका ने दिया करारा जवाब
Pakistani पत्रकार ने भारत को लेकर की शिकायत अमेरिका ने दिया करारा जवाब भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को लेकर अमेरिका ने बड़ा बयान दिया है. दरअसल, पाकिस्तान के न्यूज चैनल ARY News के एक पत्रकार ने प्रेस ब्रीफिंग में अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस से पूछ ‘भारत पाकिस्तान से क्यों बात नहीं करना चाहता?’. इस पर नेड प्राइस अमेरिका के रुख को लेकर बड़ा बयान दिया.
भारत-पाकिस्तान के रिश्तों पर अमेरिका ने दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली. भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यहस्तता के सवाल पर अमेरिका ने एक पाक पत्रकार को करारा जवाब दिया. अमेरिका ने जोर देते हुए कहा कि भारत उनका ग्लोबल स्ट्रेटेजिक पार्टनर है. इतना ही नहीं अमेरिका ने ये भी कहा कि वो भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चल रहे संघर्ष को हल करने के लिए रचनात्म बातचीत का समर्थन करता है. हालांकि, अमेरिका ने ये भी साफ कर दिया है इस मुद्दे पर फैसला दोनों देशों को ही करना होगा. बता दें कि अमेरिका की ओर से ये बयान उस वक्त आया है जब पाकिस्तान ने भारत में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों की बैठक में आने से इनकार कर दिया है. बता दें ये बैठक 10 से 12 मार्च तक नई दिल्ली में होगी.
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Pakistani पत्रकार ने भारत को लेकर की शिकायत अमेरिका ने दिया करारा जवाब
Pakistani पत्रकार ने भारत को लेकर की शिकायत अमेरिका ने दिया करारा जवाब पाकिस्तानी न्यूज चैनल ARY News के एक पत्रकार ने प्रेस ब्रीफिंग में अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस से पूछ लिया कि ‘पाकिस्तान ने कई बार भारत से शांति वार्ता की कोशिश की है, लेकिन भारत की ओर से कोई जवाब नहीं मिलता. जब आप भारत के अधिकारियों से बात करते हैं तो वे इस मुद्दे पर क्या जवाब देते हैं? लंबित मुद्दों पर भारत पाकिस्तान से क्यों बात नहीं करना चाहता?’
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अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने दिया बड़ा बयान
पाकिस्तान के पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस बोले,’मैं उस संदेश पर बात करूंगा जो हमने भारत और पाकिस्तान को भेजा है. हम रचनात्मक चर्चा का समर्थन करते हैं. लंबे वक्त से भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे विवाद को हल करने के लिए हम डिप्लोमेसी का समर्थन करते हैं. एक पार्टनर देश के नाते हम उचित प्रक्रिया का समर्थन करने के लिए तैयार हैं. हालांकि आखिर में फैसला दोनों देशों को ही करना होगा.’
पाक पत्रकार ने फिर एक सवाल किया और पूछा ‘एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अमेरिका के पास दोनों देशों के बीच मध्यस्थता करने की ताकत है, तो वो ऐसा क्यों नहीं करता? इस सवाल के जवाब में प्राइस ने कहा ‘ये फैसला दोनों देशों को लेना होगा. अमेरिका एक सहयोगी के तौर पर उचित प्रक्रिया का समर्थन करने को तैयार है. लेकिन अमेरिका ये फैसला नहीं कर सकता कि भारत और पाकिस्तान किस तरह एक दूसरे से बात करें.’