अब हिंदी में होगी B.Tech इन बायोमेडिकल की पढ़ाई,इस संस्थान में मिलेगा 30 छात्रों को मिलेगा प्रवेश
अब हिंदी में होगी B.Tech इन बायोमेडिकल की पढ़ाई,इस संस्थान में मिलेगा 30 छात्रों को मिलेगा प्रवेश
नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत प्रदेश में सबसे पहले एसजीएसआईटीएस (श्री गोविंदराम सेकसरिया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी एंड साइंस) में इसी सत्र से हिंदी में बीटेक की पढ़ाई हाेगी। शुरुआत बीटेक इन बायाे मेडिकल से हाे रही है। एआईसीटीई (ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन) ने 30 सीटों काे मंजूरी दे दी है।
इंजीनियरिंग के कॉमन सब्जेक्ट की हिंदी में प्रकाशित किताबें भी एआईसीटीई ने भेजी है। लैब के जनरल भी हिंदी में बना रहे हैं। हिंदी का विकल्प चुनने वाले छात्रों की क्लास अलग से लगेगी। फैकल्टी का चयन कर लिया गया है, जाे हिंदी में सभी विषय पढ़ाएंगे। संस्थान के डायरेक्टर डॉ. आरके सक्सेना ने बताया कि एआईसीटीई से मंजूरी मिलने के बाद प्रवेश की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। मेरिट के आधार पर 30 छात्रों का चयन हाेगा।
ट्रायल रन? मॉनिटरिंग हाेगी, खामियां ढूंढेंगे, फिर हाेगा सुधार
डॉ. सक्सेना के अनुसार इंजीनियरिंग काेर्स का कंटेंट इंटरनेशनल लेवल का हाेता है। लैब, लाइब्रेरी सहित इंटरनेट पर मौजूद सारा कंटेंट अंग्रेजी में है। इसलिए दिक्कतें आना स्वाभाविक है। यह पहली बार हाे रहा है, इसलिए इसे ट्रायल मान रहे हैं। अगले साल अन्य ब्रांच में 30-30 सीटें हिंदी के लिए मिल सकती हैं। इसलिए पूरी मॉनिटरिंग करेंगे। खामियां ढूंढेंगे, विस्तृत रिपोर्ट बनाएंगे, ताकि विशेषज्ञों की मदद से उन्हें दूर कर सकें।
किताबों का अनुवाद जारी, 25 से 50% सीटें बढ़ेंगी
- 2023-24 में सभी ब्रांच में हिंदी में बीई-बीटेक की शुरू करने की तैयारी है। 25 से 50% सीट बढ़ाएंगे।
- प्रथम वर्ष की सभी नौ ब्रांच की किताबों का हिंदी में अनुवाद कर रहे हैं।
- इलेक्ट्रानिक इंस्ट्रूमेंटेशन, इंडस्ट्रियल एंड प्रोडक्शन इंजीनियरिंग में 30 सीटें बढ़ा रहे हैं। अभी 9 में से 7 ब्रांच में 90 सीटें हैं। इन्हीं दाे ब्रांच में 60 सीटें थी।