LPG Connection: अब एलपीजी कनेक्शन वालो की हुई बल्ले-बल्ले, मोदी सरकार लाई ये धांसू स्कीम, LPG Cylinder इस्तेमाल करने वालों को मिलेगा फायदा!

0
1482985 modi cylender

LPG Connection: देश में गरीबों की मदद के लिए सरकार द्वारा कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं। सरकार के माध्यम से जरूरतमंदों को आर्थिक मदद से लेकर मुफ्त राशन भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी क्रम में केंद्र सरकार के माध्यम से गरीबों को एलपीजी कनेक्शन देने की योजना भी चलाई जा रही है। मोदी सरकार में इसके लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) की शुरुआत की गई थी. मई 2016 में, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ (पीएमयूवाई) को एक प्रमुख योजना के रूप में पेश किया, जिसका उद्देश्य ग्रामीण और वंचित परिवारों को एलपीजी जैसे स्वच्छ खाना पकाने का ईंधन प्रदान करना था। पारंपरिक खाना पकाने के ईंधन जैसे जलाऊ लकड़ी, कोयला, गोबर के उपले आदि के उपयोग से ग्रामीण महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण पर भी हानिकारक प्रभाव पड़ा।

LPG Connection

यह भी पढ़िए-Petrol and Diesel Prices पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आई भारी गिरावट, जानिए आपके शहर में क्या है रेट!

अब एलपीजी कनेक्शन वालो की हुई बल्ले-बल्ले, मोदी सरकार लाई ये धांसू स्कीम, LPG Cylinder इस्तेमाल करने वालों को मिलेगा फायदा!

एलपीजी कनेक्शन
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा संचालित प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत बीपीएल परिवारों को एलपीजी कनेक्शन प्रदान किए जाते हैं। इस योजना के तहत प्रत्येक कनेक्शन गैस स्टोव की खरीद और सिलेंडर की रिफिल के लिए ब्याज मुक्त ऋण प्राप्त करने के लिए पात्र है। वहीं एलपीजी कनेक्शन का प्रशासनिक खर्च सरकार वहन करेगी।

योग्यता करनी होगी पूरी
वहीं सरकार द्वारा प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ लेने के लिए कई योग्यताएं भी निर्धारित की गई हैं। अगर ये पात्रता मानदंड पूरे होते हैं तो प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का लाभ उठाया जा सकता है।

ये योग्यता होनी चाहिए

  • भारतीय नागरिक होना चाहिए।
  • 18 वर्ष से अधिक आयु का होना चाहिए।
  • बीपीएल परिवार की महिला होनी चाहिए, जिसके पास एलपीजी कनेक्शन नहीं है।
  • अन्य समान योजनाओं के तहत कोई लाभ नहीं लिया होना चाहिए।
  • एसईसीसी 2011 की सूची में शामिल लाभार्थियों या अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के बीपीएल परिवारों, पीएमएवाई (ग्रामीण), एएवाई, अति पिछड़ा वर्ग (एमबीसी), वनवासी, नदी द्वीपों में रहने वाले लोग या चाय और पूर्व चाय बागान जनजातियों को जाना चाहिए।

यह भी पढ़िए-Gold Silver Price फिर चढ़े सोने-चांदी के दाम नई ऊंचाई पर, यहा जाने आज का भाव!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

बहुचर्चित खबरें