गेहूं की बम्पर पैदावार के लिए फसल 55 से 85 दिन में करें यह स्प्रे, होगा अधिक मुनाफा
गेहूं की बम्पर पैदावार के लिए फसल 55 से 85 दिन में करें यह स्प्रे, होगा अधिक मुनाफा,इस वर्ष शीतकाल में शीतलहर का दौर नहीं चला है, जिससे रबी फसलों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। बारिश की कमी और रात के तापमान में कमी के कारण गेहूं एवं अन्य रबी फसलों की पैदावार पर नकारात्मक प्रभाव हो सकता है। शीतकाल में शीतलहर का दौर आमतौर पर अक्टूबर से शुरू होकर जनवरी के अंतिम सप्ताह तक चलता है। इस बार, दिसंबर माह में शीतलहर नहीं चला है, जिससे रात के तापमान में कमी नहीं हुई है। इसका कारण गेहूं की पैदावार पर असर पड़ रहा है।
विशेषज्ञों की सलाह फसलों के लिए बनेगा रामबाण समाधान
कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक, अब किसानों को अपनी गेहूं एवं अन्य रबी फसलों की पैदावार में सुधार करने के लिए कुछ कदम उठाने की आवश्यकता है।
1. फंगीसाइड स्प्रे: गेहूं की रक्षा के लिए
यज्कृदी आप भी अपने सलाह और कृषि वैज्ञानिकों की सलाह पर, किसानों को गेहूं की पैदावार में वृद्धि के लिए फंगीसाइड स्प्रे करना चाहिए। इससे फसल बीमारियों से बची रहेगी और पैदावार में वृद्धि होगी।
2. सही तकनीक और उपायों का करे प्रयोग
सभी किसानों को उनकी खेती प्रणाली को सुधारने के लिए सही तकनीकों का उपयोग करना चाहिए। सही खाद, पानी, और समर्थन के साथ, वे अधिक पैदावार हासिल कर सकते हैं।
3.सिंचाई का सही समय और तरीका
सिचाई और जल संरक्षण के लिए किसानों को सिंचाई का सही तरीका अपनाना चाहिए। बूंदाबांदी और समर्थन तंत्र उपयोग करके, वे पानी की बचत कर सकते हैं और फसलों को अच्छे से सिंचा सकते हैं।
4. बिजली चलित उपकरणों का सही उपयोग
किसानों को बिजली से चलने वाले कृषि उपकरणों का उपयोग करना चाहिए। यह उन्हें समय और श्रम से बचा सकता है, जिससे उनकी फसलों की देखभाल में मदद होगी।
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5. सही मौसम
इस बार का मौसम रबी फसलों के लिए अनुकूल नहीं है, लेकिन सही उपायों का अनुसरण करके किसान अच्छी पैदावार हासिल कर सकते हैं। फंगीसाइड स्प्रे, सही खेती प्रणाली, जल संरक्षण, और बिजली से चलने वाले कृषि उपकरणों का सही तरीके से उपयोग करके, किसान अपनी फसलों को सुरक्षित रख सकते हैं और अच्छी पैदावार हासिल कर सकते हैं।