किसानों का दर्द – नहीं थम रहा है प्याज और लहसून की दामों का कहर,बेबस हो रहे है किसान,बेदाम के बराबर
किसानों का दर्द – नहीं थम रहा है प्याज और लहसून की दामों का कहर,बेबस हो रहे है किसान
किसानों की आंख में आंसू:एक माह से प्याज के भाव स्थिर और लहसुन के दाम गिरते जा रहे है। किसान अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए परंपरागत खेती के साथ लहसुन-प्याज भी उगाते हैं। हर वर्ष इन फसलों का अच्छा दाम मिल जाता है, लेकिन इस बार प्याज के भाव नहीं आने से किसानों की आंख में आंसू आ गए हैं। पिछले एक माह से प्याज के भाव स्थिर हैं तो लहसुन के भाव गिरते जा रहे हैं। नगर के किसान रामकृष्ण भगत नाहर ने बताया कि मार्च में फसल आने पर प्याज का भाव 1400 व लहसुन 2500 रुपए प्रति क्विंटल था। इन दामों पर केवल फसल की लागत ही निकल पाती है ।
किसान अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए परंपरागत खेती के साथ लहसुन-प्याज भी उगाते हैं। हर वर्ष इन फसलों का अच्छा दाम मिल जाता है, लेकिन इस बार प्याज के भाव नहीं आने से किसानों की आंख में आंसू आ गए हैं। पिछले एक माह से प्याज के भाव स्थिर हैं तो लहसुन के भाव गिरते जा रहे हैं। नगर के किसान रामकृष्ण भगत नाहर ने बताया कि मार्च में फसल आने पर प्याज का भाव 1400 व लहसुन 2500 रुपए प्रति क्विंटल था। इन दामों पर केवल फसल की लागत ही निकल पाती है।