बैतूल – कावडीयों ने किया शिव का जल अभिषेक,महाकाल चौक के शिव मंदिर से निकाली कावड़यात्रा ,

बैतूल – कावडीयों ने किया शिव का जल अभिषेक,महाकाल चौक के शिव मंदिर से निकाली कावड़यात्रा ,
बैतूल में आज सैकड़ो कावड़ियो ने महाकाल चौक स्तिथ शिव मन्दिर से कावड़ यात्रा निकाली। यह यात्रा जटा शंकर पर शिव अभिषेक के साथ समाप्त हुई। थाना चौक स्थित महाकाल मंदिर में आज कावड़ियों के निकलने से पहले भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक और आरती की गई। पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल ने इस दौरान कावड़ की पूजा की।
सावन के माह में कावड़ निकालने का विशेष महत्व है। कहा जाता है कि जो भी कावड़ लेकर चलता है भगवान भोलेनाथ उसकी समस्त मनोकामना पूर्ण करते हैं। इसी परंपरा को निभाते हुए थाना चौक स्थित– शिव भोले उत्सव समिति ने कावड़ यात्रा का आयोजन किया। जिसमें पूजन /आरती के बाद भंडारे का भी आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसादी ग्रहण की ।भगवा कपड़े पहने भक्तों ने कावड़ लेकर बोलबम के नारे के साथ यात्रा पूरी की। कावड़ यात्रा मंदिर से थाना चौक होती हुई गणेश चौक के बाद कालेज चौक से गुजरते हुए जटाशंकर पर पहुंची । जहां भोलेनाथ जटाशंकर मंदिर में कावडियो ने जलाभिषेक किया इसके बाद वहां पर सभी कावड़ियों ने भोजन प्राप्त किया। कावड़ यात्रा में 135 कांवड़ियों ने कावड़ के साथ पैदल यात्रा की।
आशीष यादव एवं विक्की के द्वारा बनाई गई कावड़ यात्रा में शिवलिंग की झांकी आकर्षण का केंद्र रही । इनके द्वारा केले के पत्तों के मंडप में शिवलिंग स्थापित करके कंधों पर लेकर जटाशंकर तक यात्रा की गयी।यात्रा में मरही माता सेवा समिति एवं गणेश चोक मन्दिर द्वारा स्वागत किया गया।
इन मार्गों से गुजरी यात्रा
कावड़ यात्रा के निक्की राजपूत एवं बिटटू ठाकुर ने यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि कावड़ यात्रा थाना महाकाल चौक से लल्ली चौक, गणेश चौक, कालेज चौक, हमलापुर चौक होते हुए जटाशंकर मंदिर पहुंची। वहां अभिषेक पूजन के साथ यात्रा का समापन हुआ। इस मौके पर शिवशम्भू भोले मंदिर समिति ने बताया कि कावड़ यात्रा का यह लगातार दूसरा वर्ष है अगले वर्ष सावन के महीने में कम से कम 500 कांवड़ियों के साथ जटाशंकर पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है।
बैतूल – कावडडीयों ने किया शिव का जला अभिषेक,महाकाल चौक के शिव मंदिर से निकाली कावड़यात्रा ,
बैतूल में आज सैकड़ो कावड़ियो ने महाकाल चौक स्तिथ शिव मन्दिर से कावड़ यात्रा निकाली। यह यात्रा जटा शंकर पर शिव अभिषेक के साथ समाप्त हुई। थाना चौक स्थित महाकाल मंदिर में आज कावड़ियों के निकलने से पहले भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक और आरती की गई। पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल ने इस दौरान कावड़ की पूजा की।


सावन के माह में कावड़ निकालने का विशेष महत्व है। कहा जाता है कि जो भी कावड़ लेकर चलता है भगवान भोलेनाथ उसकी समस्त मनोकामना पूर्ण करते हैं। इसी परंपरा को निभाते हुए थाना चौक स्थित– शिव भोले उत्सव समिति ने कावड़ यात्रा का आयोजन किया। जिसमें पूजन /आरती के बाद भंडारे का भी आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसादी ग्रहण की ।भगवा कपड़े पहने भक्तों ने कावड़ लेकर बोलबम के नारे के साथ यात्रा पूरी की। कावड़ यात्रा मंदिर से थाना चौक होती हुई गणेश चौक के बाद कालेज चौक से गुजरते हुए जटाशंकर पर पहुंची । जहां भोलेनाथ जटाशंकर मंदिर में कावडियो ने जलाभिषेक किया इसके बाद वहां पर सभी कावड़ियों ने भोजन प्राप्त किया। कावड़ यात्रा में 135 कांवड़ियों ने कावड़ के साथ पैदल यात्रा की।
आशीष यादव एवं विक्की के द्वारा बनाई गई कावड़ यात्रा में शिवलिंग की झांकी आकर्षण का केंद्र रही । इनके द्वारा केले के पत्तों के मंडप में शिवलिंग स्थापित करके कंधों पर लेकर जटाशंकर तक यात्रा की गयी।यात्रा में मरही माता सेवा समिति एवं गणेश चोक मन्दिर द्वारा स्वागत किया गया।
इन मार्गों से गुजरी यात्रा
कावड़ यात्रा के निक्की राजपूत एवं बिटटू ठाकुर ने यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि कावड़ यात्रा थाना महाकाल चौक से लल्ली चौक, गणेश चौक, कालेज चौक, हमलापुर चौक होते हुए जटाशंकर मंदिर पहुंची। वहां अभिषेक पूजन के साथ यात्रा का समापन हुआ। इस मौके पर शिवशम्भू भोले मंदिर समिति ने बताया कि कावड़ यात्रा का यह लगातार दूसरा वर्ष है अगले वर्ष सावन के महीने में कम से कम 500 कांवड़ियों के साथ जटाशंकर पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है।