Cultivation of Moong ये फसल हर मौसम में देगी मुनाफा, ऐसे करें ज्यादा पैदावार!
Profitable Cultivation of Moong कृषि क्षेत्र में अच्छा मुनाफा कमाने के लिए किसान ऐसी फसलों की बुवाई कर रहे हैं, जो कम समय में और सभी मौसम में उपलब्ध हो। ऐसे में किसान मूंग की खेती भी कर सकते हैं, जो खरीफ, रबी और जायद तीनों मौसमों में उपलब्ध होती है। आपको बता दें कि दलहनी फसलों में मूंग का अहम स्थान है. यह खेत की मिट्टी के लिए भी लाभदायक है। मूंग की खेती से मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है। सही तरीके से खेती करने से अच्छा मुनाफा मिलता है। आइए जानते हैं उन्नत खेती की विधि…
Cultivation of Moong
मूंग में पोषक तत्व
मूंग में भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है. मैंगनीज, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फोलेट, कॉपर, जिंक और विटामिन जैसे पोषक तत्व भी होते हैं। मूंग का सेवन शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है। दाल के इस पानी को पीने से आप कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। यह दाल डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी से भी बचाती है। Profitable Cultivation of Moong
अधिक उपज देने वाली उन्नत किस्में
उपज देने वाली किस्मों में के-851, पूसा 105, पीडीएम-44, एमएल-131, जवाहर मूंग 721, पीएस-16, एचयूएम-1, टारम 1, टीजेएम-3 शामिल हैं। इसके अलावा निजी कंपनियों की किस्मों में शक्तिवर्धक: विराट गोल्ड, अभय, एसवीएम 98, एसवीएम 88, एसवीएम 66 आदि शामिल हैं। Profitable Cultivation of Moong
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भूमि की तैयारी
हल या भाखर से दो या तीन बार जुताई कर खेत को अच्छी तरह तैयार कर लेना चाहिए। दीमकों से बचाव के लिए खेत तैयार करते समय क्लोरोपाइरीफॉस चूर्ण 20 किग्रा प्रति हे0 की दर से मिट्टी में मिला देना चाहिए। Profitable Cultivation of Moong
बीज की मात्रा
उन्नत किस्म के बीज बोने से अधिक उपज प्राप्त होती है। प्रति हेक्टर 25 से 30 किग्रा बीज बोने के लिए पर्याप्त होगा ताकि पौधों की संख्या 4 से 4.5 लाख तक हो सके। Profitable Cultivation of Moong
बीज उपचार
बुवाई से पहले बीजों को फफूंदनाशी से उपचारित कर कल्चर करना चाहिए। जिसके लिए कार्बेन्डाजिम की मात्रा 2.5 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज है। इसके बाद राइजोबियम एवं पीएसबी कल्चर को उपचारित कर 10 ग्राम प्रति किग्रा बीज की दर से बोना चाहिए। Profitable Cultivation of Moong
बोने का समय और तरीका
मूंग की बुआई 15 जुलाई तक कर देनी चाहिए। देर से वर्षा होने की दशा में अगेती किस्म की बुआई 30 जुलाई तक की जा सकती है। सीडड्रिल की सहायता से कतारों में बुआई करें। कतारों के बीच की दूरी 30-45 सेंटीमीटर रखते हुए बीजों को 3-5 सेंटीमीटर की गहराई पर बोना चाहिए। पौधे से पौधे की दूरी 10 सेमी रखनी चाहिए। ध्यान रहे कि मूंग के बीज के उत्पादन के लिए खेत किसी अन्य प्रजाति के मूंग के खेत से 3 मीटर की दूरी पर होना चाहिए। Profitable Cultivation of Moong
खाद और उर्वरक
बुवाई के समय 20 किग्रा नत्रजन एवं 50 किग्रा फास्फोरस बीज प्रति हेक्टेयर की दर से प्रयोग करें। इसके लिए प्रति हेक्टेयर एक क्विंटल डायमोनियम फास्फेट डीएपी खाद दिया जा सकता है। पोटाश एवं गंधक की कमी वाले क्षेत्र में 20 किग्रा पोटाश एवं गंधक प्रति हे0 देना लाभकारी होता है। Profitable Cultivation of Moong
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निराई और सिंचाई
जब पौधा 6 इंच लंबा हो जाए तो एक बार सूत चलाकर इसकी निराई-गुड़ाई कर दें। इसकी एक-दो बार आलोचना करना उचित है। मूंग की फसल को खरीफ में सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन जायद/गर्मी की फसल में 4-5 सिंचाई 10-15 दिन के अन्तराल पर करनी चाहिए। सिंचाई के लिए स्प्रिंकलर या रेनगन जैसी उन्नत तकनीकों का प्रयोग करें। Profitable Cultivation of Moong
खरपतवार नियंत्रण
बुवाई के एक या दो दिन बाद बाजार में उपलब्ध 3.30 लीटर पैंडीमेथालिन (स्टॉम्प) को 500 लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें। जब फसल 25-30 दिन की हो जाए तो एक गुड़ाई कस्सी से करें या पानी में घोल बनाकर 750 मिली प्रति हेक्टेयर की दर से इमंगेथीपर (पारसूट) का छिड़काव करें। Profitable Cultivation of Moong
फसल चक्र
अच्छी उपज के लिए फसल चक्र अपनाना जरूरी है। वर्षा आधारित खेती के लिए सिंचित क्षेत्रों में मूंग-बाजार तथा मूंग-गेहूं/जीरा/सरसों का फसल चक्र अपनाना चाहिए। सिंचित खेतों में मूंग उगाने के लिए धान-गेहूँ फसल चक्र उपयुक्त है। जिससे यह हरी खाद के रूप में मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने में मदद करता है। Profitable Cultivation of Moong
कब कटाई करें
जब फलियों का रंग हरे से भूरे रंग का होने लगे तब फलियों की और एक साथ पकने वाली किस्मों की तुड़ाई करें। बची हुई फसल को मिट्टी में जोतकर हरी खाद की आपूर्ति की जाती है। जब फलियाँ अधिक पक जाती हैं तो कटाई के समय फलियों के चटकने का डर रहता है, जिससे उत्पादन कम होता है। ऐसे में सही तरीका अपनाएं ताकि आपको अच्छा मुनाफा मिले। Profitable Cultivation of Moong
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