Fertilizer Update किसानों को समय पर मिलेगी खाद, ट्रेनों के लेट होने की समस्या जल्द होगी ख़त्म कैसे क्या जानिए सबकुछ!

0
किसानों को समय पर मिलेगी खाद, ट्रेनों के लेट होने की समस्या जल्द होगी ख़त्म

Fertilizer Update जैसा कि आप जानते हैं इस समय रबी सीजन चल रहा है। ऐसे में किसान अच्छा उत्पादन लेने के लिए अपने खेतों में कई तरह की दलहन, तिलहनी फसलें लगाते हैं. लेकिन इन फसलों के लिए किसान भाइयों को कई तरह की दिक्कतों से गुजरना पड़ता है। इसमें सबसे बड़ी समस्या समय पर खाद नहीं मिलने की है। देखा जाए तो पिछले कुछ दिनों से सरकार को शिकायत मिल रही है कि समय पर खाद नहीं मिलने से उन्हें काफी नुकसान हो रहा है. यह भी बताया जा रहा है कि किसानों तक खाद देरी से पहुंच रही है क्योंकि इसका मुख्य कारण रेलवे की लेट होना है. रेलवे की इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने रेलवे को कुछ अहम कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

Fertilizer Update

यह भी पढ़िए-Ration Card अब फ्री राशन लेने में हो सकती है परेशानी, तुरंत करें ये उपाय

सरकार ने रेलवे से मांगी रिपोर्ट
आपको बता दें कि खाद की इस समस्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और रेलवे से खाद की डिलीवरी पर पूरी रिपोर्ट मांगी है. सरकार ने रेलवे से कहा कि किसानों को डीएपी और यूरिया काफी देर से मिल रहा है। इस विषय पर अधिकारियों ने बताया कि डीएपी और यूरिया खाद को बंदरगाह से स्टेशन तक पहुंचाने में करीब 8-10 दिन का समय लगता है. इसके अलावा कई स्टेशनों पर खाद पर प्रतिबंध के कारण इनकी आपूर्ति पर भी रोक लगी हुई है. इसी तरह हमें कई मुश्किलों से गुजरना पड़ता है और फिर खाद लेकर हम किसानों तक पहुंचते हैं।

बंदरगाहों में उर्वरक की मात्रा
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि देश के अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर खाद और यूरिया का परिवहन बंदरगाहों के जरिए ही किया जाता है. वर्तमान में कीनाडा, कृष्णापट्टनम, गंगावरम, वाई जैक और पारादीप में बंदरगाह से रेक की कमी के कारण उर्वरक की आपूर्ति धीमी हो गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नवंबर माह में लगभग 149,800 मिलियन टन डीएपी उर्वरक आवंटन में से केवल 82,143 मिलियन टन पूर्वी बंदरगाहों से किया गया। इस आपूर्ति को लेकर सरकार कई कदम उठाने पर विचार कर रही है ताकि किसानों तक खाद समय पर पहुंच सके।

यह भी पढ़िए-Most Expensive Vegetable दुनिया की सबसे महंगी सब्जी हॉपशूट्स, कीमत जान रह जाओगे हैरान!

PMBJP 1 1

यूपी में करीब 140 लाख हेक्टेयर में रबी की फसल
सर्वेक्षण से पता चला है कि अकेले उत्तर प्रदेश में लगभग 140 लाख हेक्टेयर में रबी की फसल होती है, जिसमें गन्ने का रकबा लगभग 26 लाख हेक्टेयर है। प्रदेश के किसान अपनी अच्छी उपज के लिए समय-समय पर यूरिया का प्रयोग करते हैं। इसलिए शायद इस बार प्रदेश में सबसे ज्यादा खाद की मांग बढ़ी है।
इसका असर आप साफ तौर पर देख सकते हैं कि किसान अब यूरिया का इस्तेमाल पहले से ज्यादा कर रहे हैं, जिससे खाद की कमी हो रही है।

यह भी पढ़िए-Groundnut Cultivation मूंगफली की उन्नत किस्में और खेती की तकनीक, जिससे दोगुना होगा उत्पादन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

बहुचर्चित खबरें