Vanilla Cultivation फायदे में रहेगी वैनिला की खेती, बाजार में 40 से 50 रुपए प्रति किलो की दर से बिक रही है फसल!
Vanilla Cultivation फायदे में रहेगी वैनिला की खेती, बढ़ती महंगाई के दौर में किसान ऐसी फसलों की खेती की ओर रुख कर रहे हैं, जिनकी बाजार में अच्छी कीमत मिलती है और कम मुनाफा होता है। आज इस लेख में हम आपको एक ऐसी ही फसल के बारे में बता रहे हैं जो 50,000 रुपये प्रति किलो तक बिकती है। यह है वनीला की खेती, जिसकी खेती कर किसान लाखों की कमाई कर सकते हैं। वेनिला एक पौधे का अर्क है, जो मुख्य रूप से आइसक्रीम में स्वाद के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल सुगंधित इत्र, मिठाई और शराब में भी किया जाता है। केसर के बाद यह दूसरी सबसे महंगी फसल है। बाजार में वैनिला की मांग हमेशा बनी रहती है। यही कारण है कि किसानों ने वैनिला की खेती की ओर रुख किया है।
Vanilla Cultivation
जानिए वनीला के पौधे के बारे में विस्तार से
वैनिला बेल का पौधा होता है, इसका तना लम्बा और बेलनाकार होता है। इसके फूल कैप्सूल के आकार के होते हैं और सुगंधित भी होते हैं। फूलों के सूखने पर इसका चूर्ण बना लिया जाता है। वैनिला कई एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण भी मौजूद होते हैं। जो पेट को साफ रखने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में काफी हद तक काम करते हैं।
वनीला की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु
वैनिला की खेती के लिए अच्छी छायादार भूमि की आवश्यकता होती है। फसल को मध्यम तापमान की आवश्यकता होती है। खेती के लिए शेड हाउस बनाना जरूरी है। आप चाहें तो खेत में बड़े पेड़ों के बीच में वैनिला के पौधे भी लगा सकते हैं। जिससे पौधों को रोशनी मिलती है। वैनिला की फसल 3 साल बाद उपज देने लगती है।
वनीला की फसल के लिए उपयुक्त मिट्टी
वनीला की खेती के लिए अच्छी तरह से उर्वरित मिट्टी की आवश्यकता होती है। मिट्टी भुरभुरी होनी चाहिए, जिसका पीएच मान 6.5 से 7.5 के बीच होना चाहिए। वैनिला की खेती से पहले मिट्टी की जांच जरूरी है। मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए उसमें सड़ी हुई गोबर की खाद डालें।
वनीला के बीज बोना
वनीला बेल के रूप में उगता है। इसके लिए कटिंग या बीज दोनों का इस्तेमाल किया जा सकता है। ध्यान रहे कि आप नर्सरी से वैनिला की हेल्दी कटिंग ही लें। वैनिला लगाने से पहले खेत में गड्ढे बना लेते हैं। इन गड्ढों को कुछ देर के लिए धूप में रख दें, ताकि बैक्टीरिया मर जाएं। इन गड्ढों में सड़ी खाद डाली जाती है। बेल को फैलाने के लिए तार बांधा जाता है। एक एकड़ खेत में 2400 से 2500 बेलें लगाई जाती हैं। बैल को लगाने के लिए फाउंटेन विधि से पानी दिया जाता है, इसके बाद बैल को तारों के ऊपर फैला दिया जाता है।
वनीला पौधों की देखभाल
वैनिला के पौधों को बढऩे के लिए अच्छी खाद की जरूरत होती है, इसलिए समय-समय पर खेत में गोबर की खाद, केंचुआ खाद डालते रहें। इसके अलावा 100 लीटर पानी में 1 किलो एनपीके मिलाकर छिड़काव किया जाता है।
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वनीला की उपज कब आती है
9 से 10 महीने के बाद वैनिला की बेल में फूल और फलियां पकने लगती हैं। इसके बाद पौधों से बीज निकाल लिए जाते हैं। इन बीजों को अलग-अलग प्रोसेसिंग से गुजरना पड़ता है। जिसके बाद वैनिला मिलता है। भारत में वैनिला 40 से 50 हजार रुपए किलो बिकता है। ऐसे में अगर बड़े पैमाने पर वैनिला की खेती की जाए तो किसान इससे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।