झरने में बही जान – सेल्फी बनी मौत की गुनहगार,कॉलेज की क्षात्रा
झरने में बही जान – सेल्फी बनी मौत की गुनहगार,कॉलेज की क्षात्रा
बैतूल में सेल्फी लेते समय कॉलेज छात्रा की जान चली गई। झरने के पास मोबाइल से सेल्फी लेने के दौरान पैर फिसल गया। वह पानी में गिर गई। डोह में डूबने से उसकी मौत हो गई। SDERF की टीम ने छात्रा के शव को निकाला। हादसा बैतूल खेड़ी सांवलीगढ़ के पास स्थित हनुमान मंदिर झरने पर गुरुवार को हुआ।
जानकारी के अनुसार चिचोली की रहने वाली मयूरी आर्य (22) बैतूल के कॉलेज में सेकंड ईयर में पढ़ती थी। गुरुवार को वह कॉलेज की करीब आधा दर्जन छात्राओं के साथ खेड़ी के पास स्थित झरने पर घूमने गई थी। यह झरना बाका खोदरा से ताप्ती जाने वाले मार्ग पर लोखंडी पुलिया के पास है। छात्राएं यहां झरने और अन्य प्राकृतिक दृश्यों को देखने के साथ ही सेल्फी भी ले रही थीं।
इसी दौरान छात्रा का पैर फिसल गया। वह अनियंत्रित होकर झरने में गिर गई। यहां मौजूद किसी भी स्टूडेंट्स को तैरना नहीं आता था। ऐसे में कोई भी उसे बचाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। छात्र-छात्राओं ने 100 डायल को सूचना दी। सूचना पर कॉन्स्टेबल महादेव राव अड़लक और चंद्रकिशोर रघुवंशी मौके पर पहुंचे। उन्होंने एसडीईआरएफ टीम को बुलवाया। टीम ने मौके पर पहुंचकर छात्रा के शव को निकाला।