खंडवा महापौर अमृता यादव ने लिया अपना कार्यभार,शपथ ग्रहण समारोह, इस विशेष भाषा में ली शपथ

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खंडवा महापौर अमृता यादव ने लिया अपना कार्यभार,शपथ ग्रहण समारोह, इस विशेष भाषा में ली शपथ

खंडवा महापौर समेत 50 पार्षदों का रविवार को शपथ ग्रहण समारोह हुआ, यह आयोजन नगर निगम ने सरकारी खर्च पर उत्कृष्ट स्कूल मैदान में किया। खास बात यह रही कि, महापौर अमृता यादव ने संस्कृत भाषा में शपथ ली। 7 पार्षदों ने सिंधी, उर्दू और संस्कृत में शपथ ग्रहण की। शपथ कलेक्टर अनूपसिंह ने दिलाई। कार्यक्रम देशभक्ति गीतों की गूंज रही। अध्यक्षता प्रभारी मंत्री उषा ठाकुर ने की। नगर निगम पहुंचकर अमृता यादव ने चार्ज भी ले लिया।

समारोह स्थल के मंच पर पूर्व विधायक हुकुमचंद यादव की महापौर बहू के अलावा दो बड़ी बहूंए रोहिणी यादव व चारुलता यादव के साथ बड़े बेटे त्रिलोक यादव, महापौर पति अमर यादव मौजूद थे। महापौर के जेठ मंगल यादव कार्यक्रम की शुरुआत में आए, इसके बाद सभा व मंच से दूरी बना ली। सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल के स्वागत के लिए उन्हें बुलाया गया लेकिन वे नहीं आए। खंडवा विधायक देवेंद्र वर्मा, पंधाना विधायक राम दांगोरे, मांधाता विधायक नारायण पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष कंचन तनवे, भाजपा जिलाध्यक्ष सेवादास पटेल, हरिश कोटवाले, सुभाष कोठारी, इंदु इवने आदि मंचासीन थे।

कार्यक्रम की प्रमुख झलकियां- मंच पर राज्यमंत्री नरेंद्रसिंह तोमर को पहली पंक्ति में स्थान नहीं मिला। वे रुठकर दूसरी पंक्ति में चले गए। लेकिन मंच की पहली पंक्ति में वे नेता बैठे रहे, जिनकी सरकार में कोई भूमिका नहीं है।- पूर्व महापौर भावना शाह के साथ उनके पति मंत्री विजयशाह कार्यक्रम से नदारद रहे। बेटे दिव्यादित्य (जिपं उपाध्यक्ष) भी मौजूद नहीं रहे।- भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय नेता व महापौर प्रत्याशी की दावेदारी करने वाली ममता बोरसे को मंच पर नहीं बुलाया गया।- शहर के एक बिजनेसमैन को मंच पर स्थान नहीं मिला। जिससे कि वे कार्यक्रम स्थल से लौट गए।- नगर निगम की प्रशासनिक मुख्य यानी कमिश्नर सविता प्रधान ने कार्यक्रम से दूरी बना ली। वे आकस्मिक अवकाश पर चली गई।- शपथ कार्यक्रम होते ही कलेक्टर-एसपी समेत सभी प्रशासनिक अधिकारियों ने मंच छोड़कर रवानगी ले ली।- शहर की प्रथम महापौर अणिमा उबेजा को न्योता नहीं भेजा गया। इसलिए वह कार्यक्रम स्थल पर नहीं पहुंची।- कांग्रेस के पार्षदों को सरकारी मंच से भाषण नहीं देने दिया। जिससे कि उन्होंने नाराज होकर बायकॉट कर लिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी नहीं दिखे।- सभास्थल पर धर्मगुरुओ को स्थान दिया गया। लेकिन महादेवगढ़ संरक्षक हिंदू नेता अशोक पालीवाल शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहे।

वरिष्ठ नेताओं के कहने पर भाजपा कार्यालय प्रमुख नंदन उर्फ नंदलाल करोड़ी, जिला उपाध्यक्ष दिनेश पालीवाल को शपथ ग्रहण के बाद मंच पर बुलाया गया।- सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल के बगल में ही विधायक देवेंद्र वर्मा बैठे लेकिन एक-दूसरे से नजरें तक नहीं मिला सकें।- नगर निगम की व्यवस्थाओं में खासी कमी दिखी, लोग गर्मी से परेशान रहे। दो घंटे देरी से कार्यक्रम शुरु हुआ। अतिथियों के लिए ड्रायफ्रूट रखे गए लेकिन पार्षद व आमंत्रित गणमान्य नागरिकों को स्वल्पाहार तक नसीब नहीं हुआ।

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