Ayodhya – राम जन्मभूमि में श्रद्धालु पंचमी के इंतजार में , रामलला सहित चारो भाई करेंगे झूला भ्रमण,होंगे विशेष दर्शन
Ayodhya – राम जन्मभूमि में श्रद्धालु पंचमी के इंतजार में , रामलला सहित चारो भाई करेंगे झूला भ्रमण,होंगे विशेष दर्शन
अयोध्या के मंदिरों में श्रावण शुक्ल तृतीया से झूलनोत्सव की धूम शुरू हो जाती है, जबकि रामलला को श्रावण शुक्ल पंचमी से झूला विहार कराने की परंपरा रही है। इस वर्ष भी श्रावण शुक्ल पंचमी दो अगस्त से रामलला झूले पर भ्रमण करते हुए भक्तों को दर्शन देंगे। रामजन्मभूमि में झूलनोत्सव की तैयारी शुरू हो चुकी है। पांच फीट ऊंचे 21 किलो चांदी से बने हिंडोले पर रामलला सहित चारों भाई झूला भ्रमण करेंगे।
श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि मेक शिफ्ट स्ट्रक्चर में करीब 28 वर्षों तक रहे रामलला के यहां भी झूलनोत्सव का आयोजन सीमित स्तर पर होता रहा है। संगीनों के साए में विराजमान रहे रामलला को काष्ठ के झूले पर प्रतिदिन कर दिया जाता था और रूटीन प्रक्रिया में निर्धारित अवधि में श्रद्धालु रामलला के झूलन विहार का दर्शन कर पाते थे।
उन्होंने बताया कि सावन पूर्णिमा तक प्रतिदिन रामलला का अभिषेक किया जाता था और खीर प्रसाद का भोग भी लगाया जाता था। अब पिछले वर्ष से अस्थायी मंदिर में भी झूलनोत्सव की परंपरा का निर्वहन प्रारंभ हो गया है। इस वर्ष भी पूरे भव्यता के साथ झूलनोत्सव का आनंद होगा तो रामजन्मभूमि में कजरी की पंक्तियां भी गूंजेंगी। राममंदिर के ट्रस्टी डॉ.अनिल मिश्र ने कहा कि रामलला अभी भले ही अस्थायी मंदिर में विराजमान हैं पर उनके ठाठ-बाट में कोई कमी नहीं है।
हर उत्सव पूरी भव्यता से रामलला के दरबार में मनाया जाता है। सावन झूलनोत्सव भी धूमधाम से मनाया जाएगा। रामलला के झूला विहार के लिए पिछले वर्ष ही रजत हिंडोला निर्मित कराया जा चुका है। इस वर्ष भी पांच फीट ऊंचे रजत हिंडोले पर रामलला सहित चारों भाई विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे। प्रतिदिन सांस्कृतिक संध्या भी सजेगी। इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है।