किसानो को धन्नासेठ बना देंगी हींग की खेती, कम निवेश में कमाई भी होगी अंधाधुन, देखे पूरी डिटेल

0
किसानो को धन्नासेठ बना देंगी हींग की खेती, कम निवेश में कमाई भी होगी अंधाधुन, देखे पूरी डिटेल

हींग का इस्तेमाल शायद ही किसी भारतीय रसोईघर में न होता हो। यह सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ाती बल्कि पेट दर्द जैसी कई शारीरिक समस्याओं से भी राहत दिलाती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनियाभर में पैदा होने वाली हींग का लगभग 40 फीसदी भारत में ही इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन अभी तक हम इसे ईरान और अफगानिस्तान से आयात करते थे. अब अच्छी खबर ये है कि वैज्ञानिकों की मेहनत से भारत में भी हींग की खेती शुरू हो गई है। आइए जानते हैं इसकी खेती कैसे की जा सकती है और इससे होने वाली कमाई के बारे में।

यह भी पढ़े :- KTM को घुटने टेकने पर मजबूर कर देंगी Honda की शानदार गुड लुकिंग बाइक, बढ़िया माइलेज के साथ फीचर्स भी खासमखास

सबसे पहले जान लीजिए हींग का पौधा तैयार होने में लगता है वक्त

हींग का पौधा तैयार होने में थोड़ा वक्त लगता है। इसे उगाने के लिए कृषि वैज्ञानिकों ने काफी मेहनत की है। हिमाचल प्रदेश के पालमपुर स्थित हिमालयन बायोटेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने ईरान और अफगानिस्तान से हींग के बीज मंगवाए और कई सालों की रिसर्च के बाद हींग का पौधा तैयार किया। इसके बाद सबसे पहले हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति के कुछ किसानों को हींग की खेती की ट्रेनिंग दी गई।

यह भी पढ़े :- Oneplus की भिंगरी बना देगा Vivo का धांसू स्मार्टफोन, झमाझम कैमरा और 80W fast charger के साथ

हींग की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु

हींग की खेती के लिए 20 से 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास का तापमान बहुत जरूरी होता है। यानी इसे उगाने के लिए ज्यादा ठंड की जरूरत नहीं होती। इस वजह से ही उत्तराखंड, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश के किन्नौर और मंडी जिले के जंजहेली के पहाड़ी इलाकों को हींग की खेती के लिए उपयुक्त माना गया है।

हींग की खेती करने की प्रक्रिया

अगर आप भी हींग की खेती करना चाहते हैं तो इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है
हींग के बीजों को ग्रीन हाउस में करीब 2 फीट की दूरी पर बोना चाहिए।
जब पौधे थोड़े बड़े हो जाएं तो इन्हें 5-5 फीट की दूरी पर लगाना चाहिए।
मिट्टी की नमी का ध्यान रखें और जरूरत के हिसाब से ही पानी दें। ज्यादा पानी देने से पौधों को नुकसान पहुंच सकता है।
पौधों में नमी बनाए रखने के लिए मल्च का इस्तेमाल करना चाहिए।
हींग का पौधा बनने में करीब 5 साल का समय लगता है।
इसके बाद पौधों की जड़ों और rhizomes से लेटेक्स गम प्राप्त किया जाता है।
पौधों को जमीन से काटकर उनकी जड़ों के पास लाया जाता है। कटने के बाद जड़ों से सफेद दूध जैसा पदार्थ निकलता है।
यह पदार्थ हवा के संपर्क में आने के बाद सख्त हो जाता है, इसे ही निकाल लिया जाता है। जड़ों का एक और हिस्सा काटकर और गोंद निकाला जा सकता है।

हींग की खेती में लागत और मुनाफा

अगर आप हींग की खेती करना चाहते हैं तो इसमें प्रति हेक्टेयर करीब 3 लाख रुपये तक की लागत आ सकती है। वहीं 5वें साल में आपको हींग की खेती से 10 लाख रुपये तक का मुनाफा हो सकता है। बता दें कि भारतीय बाजार में हींग की कीमत करीब 35 से 40 हजार रुपये प्रति किलो है। अगर आप एक महीने में 5 किलो हींग पैदा कर लेते हैं तो आसानी से 2 लाख रुपये प्रति महीने कमा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

बहुचर्चित खबरें