25 मार्च से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरु, किसानो को यह काम करना होगा जरुरी
25 मार्च से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरु, किसानो को यह काम करना होगा जरुरी 25 मार्च से मध्यप्रदेश के कई जिलों में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी प्रारम्भ होगी। खरीदी 10 मई तक चलेगी। समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी तैयारियां लगभग अंतिम चरणों में है आइए जानते हैं समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के नियम एवं भुगतान की प्रक्रिया।
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किसानों को यह सुविधा उपलब्ध
इस बार 2125 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदा जायेगा। मध्यप्रदेश के अधिकारियों को निर्देश दिया कि उपार्जन केंद्रों के निरीक्षण में विशेष रूप से किसानों के लिये पीने के पानी, छाया, सर्वेयर एवं तुलावटी की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिये कहा गया है। साथ ही सभी उपार्जन केन्द्र पर व्यवस्थाएं अच्छी हों व यहां पर सख्ती से नियंत्रण रखने के निर्देश दिये गये हैं।
गेहूं खरीदने की प्रक्रिया
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए सॉफ्टवेर के माध्यम से उपार्जन केन्द्रों द्वारा किसानो से अनाज की प्राप्ति (खरीदी) की जाती है | प्राप्ति के पश्चात किसानो को उनके बेचे गए अनाज की रसीद उपलब्ध कराई जाती है एवं किसानो द्वारा बेचे गये अनाज की राशि सात कार्यालयीन दिवसों में उनके पंजीकृत बैंक खाते मे जमा कर दी जाती है।
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समर्थन मूल्य पर गेहूं के साथ-साथ चना मसूर सरसों भी
समर्थन मूल्य उपार्जन के अंतर्गत प्रदेश के हर जिले के अनाज (गेहूं,धान,ज्वार ,बाजरा,चना ,मसूर ,सरसों आदि) की खरीदी की जाती है। इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार से प्रदेश के जो किसान सीजन के दौरान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अनाज बेचना चाहते है। वह एमपी ई उपार्जन के द्वारा पंजीयन कर सकता है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य ई उपार्जन की प्रक्रिया
- समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए ऑनलाइन पंजीयन करवाना अनिवार्य है।
- सरकार द्वारा पंजीकृत किसानों को सन्देश द्वारा खरीदी जानकारी दी जाती है।
- उपार्जन केंद्र पर किसान का गेहूं खरीद लिया जाता है।
- किसान से खरीदे गए अनाज का परिवहन सुनिश्चित किया जाता है।
- परिवहन किये गए अनाज का गोदाम में संग्रहण किया जाता है।
- इसके बाद अंत में किसान के बैंक खाते में सीधे भुगतान कर दिया जाता है, इस प्रक्रिया में 15 से 20 दिन का समय लगता है।